चेहरा आसां नहीं बदलना दूसरों के मुताबिक़,
भीतर का सच, हर हाल में ज़ाहिर हो जाएगा,
वो खेल चुका सभी दांव शातिराना अंदाज़ के,
सुबह से पहले वो बिसात से बाहर हो जाएगा,
चाहे कोई कितनी बार बदल ले लिबास अपना,
हदे अक्स को छूते ही वो मुहाजिर हो जाएगा,
न लूटो मासूम बचपन को कटी पतंग की तरह,
उम्र बढ़ते ही बारूद उड़ाने में माहिर हो जाएगा,
इबादतों को रहने दो ज़ाती दायरे तक ही महदूद,
नशा बना तो नस्ले आदम ही काफ़िर हो जाएगा,
इज़हारे आज़ादी क्या सिर्फ़ उनकी है मिल्कियत,
ज़ुल्म हद से बढ़ा तो हर लब शमशीर हो जाएगा,
बिखरे दिलों को जोड़ने में, सदियां लग जाएंगी,
शीशमहल कहीं टूटा, फिर से तामीर हो जाएगा,
बड़ी मुद्दतों बाद पाया है, कुछ सुकून के लम्हात,
रूह को छेड़ा तो फिर प्यासा राहगीर हो जाएगा।
* *
- - शांतनु सान्याल
लाजवाब।
जवाब देंहटाएंह्रदय तल से आभार - - नमन सह।
हटाएंजी नमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी लिखी रचना आज शनिवार 26 दिसंबर 2020 को साझा की गई है......... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन " पर आप भी सादर आमंत्रित हैं ....धन्यवाद! ,
ह्रदय तल से आभार - - नमन सह।
हटाएंबड़ी मुद्दतों बाद पाया है, कुछ सुकून के लम्हात,
जवाब देंहटाएंरूह को छेड़ा तो फिर प्यासा राहगीर हो जाएगा।
..बहुत ख़ूब ! सुंदर ख़्यालों से युक्त रचना..।
ह्रदय तल से आभार - - नमन सह।
हटाएंइज़हारे आज़ादी क्या सिर्फ़ उनकी है मिल्कियत,
जवाब देंहटाएंज़ुल्म हद से बढ़ा तो हर लब शमशीर हो जाएगा,
अद्भुत भाव का जाल लिए स्मृति में बैठने वाली रचना।
उत्कृष्ट।
सादर।
ह्रदय तल से आभार - - नमन सह।
जवाब देंहटाएंवाह..... वाह.....अप्रतिम लेखन👌👌👌👌
जवाब देंहटाएंह्रदय तल से आभार - - नमन सह।
हटाएंह्रदय तल से आभार - - नमन सह।
जवाब देंहटाएंवाह!लाजवाब सर हर बंद।
जवाब देंहटाएंसादर
ह्रदय तल से आभार - - नमन सह।
हटाएंन लूटो मासूम बचपन को कटी पतंग की तरह,
जवाब देंहटाएंउम्र बढ़ते ही बारूद उड़ाने में माहिर हो जाएगा,
लाजवाब...
बेहतरीन पंक्तियां...
उम्दा रचना !!! - डाॅ शरद सिंह
ह्रदय तल से आभार - - नमन सह।
हटाएंबेहतरीन सृजन
जवाब देंहटाएंह्रदय तल से आभार - - नमन सह।
हटाएंबहुत सुंदर।
जवाब देंहटाएंह्रदय तल से आभार - - नमन सह।
हटाएंवाह लाजवाब
जवाब देंहटाएंह्रदय तल से आभार - - नमन सह।
हटाएंसुन्दर प्रस्तुति आदरणीय ।
जवाब देंहटाएंह्रदय तल से आभार - - नमन सह।
हटाएंचेहरा आसां नहीं बदलना दूसरों के मुताबिक़,
जवाब देंहटाएंभीतर का सच, हर हाल में ज़ाहिर हो जाएगा,
बहुत बहुत सुन्दर
ह्रदय तल से आभार - - नमन सह।
हटाएंवाह बहुत सुंदर रचना 🙏
जवाब देंहटाएंह्रदय तल से आभार - - नमन सह।
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