मेरी ज़ात है महज़, इक ख़ुश्बूदार
हवा का झोंका, न बना मुझे
महदूद शख्सियत,
रहने दे मुझे
यूँ ही
साँसों में इक ख़ूबसूरत अहसास -
की तरह, मेरा वजूद है महज़,
इक बहता हुआ पहाड़ी
झरना, न रोक
मुझे, यूँ
अपने हुस्न ए तिलिस्म में जकड़
के, बिखरने दे मुझे बंजर -
किनारों में खुल कर,
मेरे जज़्बात
हैं, रूह
ख़ानाबदोश, न कर इन्हें क़ैद - - -
अपनी पुरअसरार आँखों
के क़फ़स में, कहीं
ये मेरी
ज़िन्दगी, न भूल जाए आस्मां का
रास्ता - -
* *
- शांतनु सान्याल
अर्थ -
ज़ात - स्वभाव
महदूद - सिमित
क़फ़स - पिंजरा
पुरअसरार - राज़ भरे
http://sanyalsduniya2.blogspot.com/
forget-me-not, by deborah-schuster
हवा का झोंका, न बना मुझे
महदूद शख्सियत,
रहने दे मुझे
यूँ ही
साँसों में इक ख़ूबसूरत अहसास -
की तरह, मेरा वजूद है महज़,
इक बहता हुआ पहाड़ी
झरना, न रोक
मुझे, यूँ
अपने हुस्न ए तिलिस्म में जकड़
के, बिखरने दे मुझे बंजर -
किनारों में खुल कर,
मेरे जज़्बात
हैं, रूह
ख़ानाबदोश, न कर इन्हें क़ैद - - -
अपनी पुरअसरार आँखों
के क़फ़स में, कहीं
ये मेरी
ज़िन्दगी, न भूल जाए आस्मां का
रास्ता - -
* *
- शांतनु सान्याल
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ज़ात - स्वभाव
महदूद - सिमित
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