वीरान दिल में है जगह बेशुमार, कभी बसने
की ख़्वाहिश तो जागे, हम हैं पलक
बिछाए मुद्दतों से, इक शोला
ए जुनूं लिए सीने में,
उनके दिल में
कभी, -
कहीं से, इक फ़न ए आज़माइश तो जागे, न
पूछ मेरी दीवानगी का आलम, हर
शै कर जाएं क़ुर्बान, शर्त
बस इतनी है कि
उनके दिल
में इक
शदीद फ़रमाइश तो जागे, वीरान दिल में है -
जगह बेशुमार, कभी बसने की ख़्वाहिश
तो जागे - -
* *
- शांतनु सान्याल
http://sanyalsduniya2.blogspot.com/
paintings-xie-ming-chang
की ख़्वाहिश तो जागे, हम हैं पलक
बिछाए मुद्दतों से, इक शोला
ए जुनूं लिए सीने में,
उनके दिल में
कभी, -
कहीं से, इक फ़न ए आज़माइश तो जागे, न
पूछ मेरी दीवानगी का आलम, हर
शै कर जाएं क़ुर्बान, शर्त
बस इतनी है कि
उनके दिल
में इक
शदीद फ़रमाइश तो जागे, वीरान दिल में है -
जगह बेशुमार, कभी बसने की ख़्वाहिश
तो जागे - -
* *
- शांतनु सान्याल
http://sanyalsduniya2.blogspot.com/
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thanks respected friend - -
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना....
जवाब देंहटाएंअनु
thanks respected friend - -
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