17 अगस्त, 2013

शोला ए जुनूं - -

वीरान दिल में है जगह बेशुमार, कभी बसने 
की ख़्वाहिश तो जागे, हम हैं पलक 
बिछाए मुद्दतों से, इक शोला 
ए जुनूं लिए सीने में, 
उनके दिल में 
कभी, -
कहीं से, इक फ़न ए आज़माइश तो जागे, न 
पूछ मेरी दीवानगी का आलम, हर 
शै कर जाएं क़ुर्बान, शर्त 
बस इतनी है कि 
उनके दिल 
में इक 
शदीद फ़रमाइश तो जागे, वीरान दिल में है - 
जगह बेशुमार, कभी बसने की ख़्वाहिश 
तो जागे - - 
* * 
- शांतनु सान्याल 
http://sanyalsduniya2.blogspot.com/
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