देखा है तुम्हें करीब से
ज़िन्दगी को तुमने देखा हो जिस तरह भी
दो पल का साथ मगर मुतासिर कर गया,
यूँ तो चाहत की फ़ेहरिस्त थी बहोत लम्बी
अपलक आँखों से वो सब ज़ाहिर कर गया,
उस मोड़ पे जा कर बिखर जाते हैं, रास्ते -
दर्द को सहने के लिए वो माहिर कर गया,
मुझसे चाहते हो न जाने क्या खुल के कहो
हूँ महलों में लेकिन दिल यूँ बेघर कर गया,
उसने क़सम खाई थी, हर क़दम पे मेरे लिए
न जाने, क्यूँ आखिर तन्हां सफ़र कर गया,
रिश्तों की भीड़ में, शायद खो गया हो कहीं,
दर्दे वसीयत लेकिन वो मेरे नज़र कर गया,
-- शांतनु सान्याल
http://sanyalsduniya2.blogspot.com/
painting - Manuela Valenti
ज़िन्दगी को तुमने देखा हो जिस तरह भी
दो पल का साथ मगर मुतासिर कर गया,
यूँ तो चाहत की फ़ेहरिस्त थी बहोत लम्बी
अपलक आँखों से वो सब ज़ाहिर कर गया,
उस मोड़ पे जा कर बिखर जाते हैं, रास्ते -
दर्द को सहने के लिए वो माहिर कर गया,
मुझसे चाहते हो न जाने क्या खुल के कहो
हूँ महलों में लेकिन दिल यूँ बेघर कर गया,
उसने क़सम खाई थी, हर क़दम पे मेरे लिए
न जाने, क्यूँ आखिर तन्हां सफ़र कर गया,
रिश्तों की भीड़ में, शायद खो गया हो कहीं,
दर्दे वसीयत लेकिन वो मेरे नज़र कर गया,
-- शांतनु सान्याल
http://sanyalsduniya2.blogspot.com/
painting - Manuela Valenti
زندگی کو تھمنے دیکھا ہو جس طرح بھی
دو پل کا ساتھ مگر متاثر کر گیا
یوں تو چاہت کی فہرشت تھی بھوت لمبی
اپلک آنکھوں سے وو سب ظاہر کر گیا
اس موڈ پی جا کر بکھر جاتے ہیں راستے
درد کو سہنے کے لئے وو ماہر کر گیا
مجھسے چاہتے ہو نہ جانے کیا کھل کے کہو
ہوں محلوں میں مگر دل بےگھر کر گیا
اسنے قسم کھایی تھی ہر قدم پی میرے لئے
نہ جانے آخر کیوں تنہاں سفر کر گیا
رشتوں کی بھیڑ میں شاید کھو گیا ہو کہیں
دردے وصیت لیکن وو میرے نظر کر گیا
شانتانو سانیال -
खूबसूरत गज़ल
जवाब देंहटाएंधन्यवाद अति प्रिय संगीता दी , आपका मंतव्य लिखने के लिए हमेशा प्रेरित करता है, सस्नेह.
जवाब देंहटाएंbhtrin rachnaa ke liyen badhaai jnaab ..akhtar khan akela kota rajsthan
जवाब देंहटाएंbhtrin rachnaa ke liyen badhai ..akhtar khan akela kota rajsthan
जवाब देंहटाएंतहे दिल से शुक्रिया अख्तर साहब,
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