tag:blogger.com,1999:blog-9121391971617387809.post2612239168425846420..comments2024-03-29T09:23:11.073+05:30Comments on अग्निशिखा : : कटाल के फूल Shantanu Sanyal शांतनु सान्यालhttp://www.blogger.com/profile/06457373513221191796noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-9121391971617387809.post-38893428111658868722011-07-10T16:28:37.263+05:302011-07-10T16:28:37.263+05:30thanks dinesh ji - lot of thanksthanks dinesh ji - lot of thanksShantanu Sanyal शांतनु सान्यालhttps://www.blogger.com/profile/06457373513221191796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9121391971617387809.post-51344659938448767962011-04-27T11:47:05.157+05:302011-04-27T11:47:05.157+05:30वहा वहा क्या कहे आपके हर शब्द के बारे में जितनी आप...वहा वहा क्या कहे आपके हर शब्द के बारे में जितनी आपकी तरी की जाये उतनी कम होगी <br />आप मेरे ब्लॉग पे पधारे इस के लिए बहुत बहुत धन्यवाद अपने अपना कीमती वक़्त मेरे लिए निकला इस के लिए आपको बहुत बहुत धन्वाद देना चाहुगा में आपको <br />बस शिकायत है तो १ की आप अभी तक मेरे ब्लॉग में सम्लित नहीं हुए और नहीं आपका मुझे सहयोग प्राप्त हुआ है जिसका मैं हक दर था <br />अब मैं आशा करता हु की आगे मुझे आप शिकायत का मोका नहीं देगे <br />आपका मित्र दिनेश पारीकDinesh pareekhttps://www.blogger.com/profile/00921803810659123076noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9121391971617387809.post-81231388250948001382011-04-27T11:46:10.682+05:302011-04-27T11:46:10.682+05:30वहा वहा क्या कहे आपके हर शब्द के बारे में जितनी आप...वहा वहा क्या कहे आपके हर शब्द के बारे में जितनी आपकी तरी की जाये उतनी कम होगी <br />आप मेरे ब्लॉग पे पधारे इस के लिए बहुत बहुत धन्यवाद अपने अपना कीमती वक़्त मेरे लिए निकला इस के लिए आपको बहुत बहुत धन्वाद देना चाहुगा में आपको <br />बस शिकायत है तो १ की आप अभी तक मेरे ब्लॉग में सम्लित नहीं हुए और नहीं आपका मुझे सहयोग प्राप्त हुआ है जिसका मैं हक दर था <br />अब मैं आशा करता हु की आगे मुझे आप शिकायत का मोका नहीं देगे <br />आपका मित्र दिनेश पारीकDinesh pareekhttps://www.blogger.com/profile/00921803810659123076noreply@blogger.com