tag:blogger.com,1999:blog-9121391971617387809.post2401288935552305661..comments2024-03-29T09:23:11.073+05:30Comments on अग्निशिखा : : वो मासूम चेहरे - - Shantanu Sanyal शांतनु सान्यालhttp://www.blogger.com/profile/06457373513221191796noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-9121391971617387809.post-46488216990937378622012-09-29T18:20:26.269+05:302012-09-29T18:20:26.269+05:30
इक अजीब सा इदराक लिए आँखों में -
वो तकता है मेरी...<br /><br />इक अजीब सा इदराक लिए आँखों में -<br />वो तकता है मेरी शख्सियत, <br />आईना कोई आदमक़द<br />कर जाए मजरूह <br />अन्दर तक, <br />उसकी <br />मासूम नज़र में हैं न जाने कैसी कशिश,<br />अपने आप उठ जाते हैं दुआओं के <br />लिए बंधे हाथ, कोई अमीक़<br />फ़लसफ़ा नहीं यहाँ पर,<br />उन नमनाक <br />आँखों में <br />अक्सर दिखाई देती है ज़िन्दगी अपनी, <br />चाह कर भी उसे नजरअंदाज़ <br />करना है मुश्किल, वो <br />अहसास जो <br />मुझे <br />ले जाती है बहोत(बहुत ) दूर, ईंट पत्थरों से बने...........बहुत <br />,,इबादतगाह हैं जहाँ, महज रस्म <br />अदायगी, मेरी मंज़िल में <br />बसते हैं सिर्फ़ वो <br />लोग, जिन्हें<br />मुहोब्बत ..........मोहब्बत <br />के सिवा कुछ भी मालूम नहीं, वो मासूम <br />चेहरे जो इंसानियत के अलावा कुछ <br />नहीं जानते - - <br /><br />बढ़िया काव्यात्मक प्रस्तुति अभिनव शिल्प लिए ........virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9121391971617387809.post-42723206402863095472012-09-28T20:13:18.103+05:302012-09-28T20:13:18.103+05:30अगणित धन्यवाद माननीय मित्रों - नमन सह अगणित धन्यवाद माननीय मित्रों - नमन सह Shantanu Sanyal शांतनु सान्यालhttps://www.blogger.com/profile/06457373513221191796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9121391971617387809.post-5349067037406120272012-09-28T19:51:25.546+05:302012-09-28T19:51:25.546+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति!
इस प्रविष्टी की चर्चा कल शनि...बहुत अच्छी प्रस्तुति!<br />इस प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार (29-09-2012) के <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow">चर्चा मंच</a> पर भी होगी!<br />सूचनार्थ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9121391971617387809.post-26322144424624215682012-09-28T07:55:18.767+05:302012-09-28T07:55:18.767+05:30वो मासूम चेहरे जो इंसानियत के सिवा कुछ नहीं जानते ...वो मासूम चेहरे जो इंसानियत के सिवा कुछ नहीं जानते ...<br />खूबसूरत ही होगी वह जगह और लोंग भी !<br />उर्दू के शब्दार्थ से नज़्म में उतरने में सुविधा रही .<br /><br />वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9121391971617387809.post-30469795331966939472012-09-27T21:24:21.778+05:302012-09-27T21:24:21.778+05:30जिन्हें मुहब्बत मालूम है...उनका चेहरा ही आदमकद आईन...जिन्हें मुहब्बत मालूम है...उनका चेहरा ही आदमकद आईने में उभरता है रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.com