tag:blogger.com,1999:blog-9121391971617387809.post1171510452055302288..comments2024-03-29T09:23:11.073+05:30Comments on अग्निशिखा : : नज़्म - - वो कल भी आज रहाShantanu Sanyal शांतनु सान्यालhttp://www.blogger.com/profile/06457373513221191796noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-9121391971617387809.post-36971494986490174492010-11-22T01:51:56.333+05:302010-11-22T01:51:56.333+05:30धन्यवाद - सस्नेह / आपके अमूल्य प्रतिक्रियाएं भविष...धन्यवाद - सस्नेह / आपके अमूल्य प्रतिक्रियाएं भविष्य में कुछ बेहतर लिखने की प्रेरणा प्रदान करते हैं/Shantanu Sanyal शांतनु सान्यालhttps://www.blogger.com/profile/06457373513221191796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9121391971617387809.post-19576204940332300132010-11-16T12:57:29.685+05:302010-11-16T12:57:29.685+05:30रुख़ मेरा अब परछाई नज़र आये
वो कभी ख़्वाब, हसीं पर...रुख़ मेरा अब परछाई नज़र आये<br />वो कभी ख़्वाब, हसीं परवाज़ रहा<br />उसे भूल जाने का क़दीम अहद<br />तोड़ा न गया वो कल भी आज रहा<br />बहुत कुछ याद दिला गए आप के आज के यह लव्ज़S.M.Masoomhttps://www.blogger.com/profile/00229817373609457341noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9121391971617387809.post-33030742243233254302010-11-16T12:19:27.042+05:302010-11-16T12:19:27.042+05:30बहुत सुन्दर गज़ल...बहुत सुन्दर गज़ल...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com